Shayari Ke Baag

(3 customer reviews)

195.00

अच्छा साहित्य अच्छे खाने की तरह होता है ज़िन्दगी में छोटी छोटी बातों का अनुभव बहुत अहम होता है और हर अनुभव को सलीके से जीना ही जिन्दगी है कौन किस अहसास से कब मुखातिब हुआ और किसके कारण, ये याद रह जाना चाहिए । कब दोस्ती को देखा। कब वो पल आया कि जिसके बाद एक शख्श हमेशा के लिए बदल गया शायरी नाजुक पलों को कैद कर लेती है और तजुर्बा अहसास और फलसफा मिल जाते हैं।

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3 reviews for Shayari Ke Baag

  1. Nakul

    Such an amazing book sir..

  2. Nakul

    Such an amazing book sir.. It creats interesting of reader.

  3. Aman Verma

    This Book actually very nice and good for the people’s who are interesting in shyari. I really appreciate your efforts and I love it.

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