Chandi
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दोस्तों, अब तक रामायण एवं महाभारत के ऊपर कई काव्य ग्रंथों को रचा जा चुका है, जैसे रामधारी सिंह दिनकर ने रश्मिरथी महाकाव्य महाभारत के ऊपर लिखा था, तो दूसरी तरफ मैथिलीशरण गुप्त ने रामायण पर आधारित महाकाव्य साकेत को लिखा था, मगर दोस्तों अब तक दुर्गा सप्तशती पर एक भी हिंदी महाकाव्य की रचना नहीं हुई है, अतः मैं आज अपने पूज्य दादाजी पंडित श्री अयोध्या ठाकुर ‘अवध’ के बहुमूल्य मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद से 13 अध्याय वाली दुर्गा सप्तशती जो कि संस्कृत में रचित है का हिंदी काव्या अनुवाद आपके सम्मुख प्रस्तुत कर रहा हूं
Divyanshu Raj –
बेहद लाजवाब काव्य-ग्रंथ आपका रामायण और महाभारत पर कई सारे काव्य ग्रंथ लिखे गए है ।मगर दुर्गा सप्तशती पर यह पहला हिंदी काव्य ग्रंथ है ।
Ajit –
👍 nice book hai,sabko padhna chahiye.